डिसकैलकुलिया –
इस रोग से बाधित बच्चें शीघ्र नहीं पहचाने जाते हैं। इन बच्चों में गणितीय योग्यता कम होती हैं। ये बच्चे जोड़ ,
घटा,
गुणा, भाग करनें में अत्यधिक देर करते हैं । माता-पिता इन्हें सुस्त ,
आलसी कहते हैं । गणित के अतिरिक्त अन्य विषयों में इनका कार्य ठीक होता है ।
लक्षण –
v गणितीय कार्य करने में कठिनाई
v संख्याओं का पहचानने में समस्या
v बड़ा –छोटा , परिध , क्षेत्रफल आदि को समछने में कठिनाई
v समय , दूरी , गहराई , से जुड़ी समस्याएं
v रूपये पैसे के लेन देन सम्बन्धी कठिनाई
उपचार – इन बच्चो के लिए गणित का अभ्यास व बहुइन्द्रिय प्रयोग कराया जाए । खेल विधि , प्रश्नोत्तर विधि तथा वास्तविक जीवन अनुभव के माध्यम से सिखाया जाए।
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